vo to dilo ko es kadar....


★☆★☆सनी दी शायरी☆★☆★
वो तो दिल को,
इस कदर तोड़ती हैं......
जैसे हर रोज वो,
बगीया से गुलाब तोड़ती हैं......
ⓓⓐⓣⓔ 21-01-2017

Comments

Popular Posts