""anjane risethy""
" अनजाने रिश्ते "
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं,
कुछ रिश्ते वैसे होते हैं।
ना जाने कैसे होते हैं,
हम कुछ कहना चाहे उनसे,
वो हमारी कुछ नही सुनते हैं।
आँखो से आँखे मिलती हैं,
वो यू शर्माने लगते हैं।
अंगुली उठाकर अपनी वो,
दाँतो से चबाने लगते हैं।
ये अनजाने से कुछ रिश्ते,
हमें जान से प्यारे लगते हैं।
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं।
जो बड़े सुहाने लगते हैं।।
:- सनी लाखीवाल
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं,
कुछ रिश्ते वैसे होते हैं।
ना जाने कैसे होते हैं,
हम कुछ कहना चाहे उनसे,
वो हमारी कुछ नही सुनते हैं।
आँखो से आँखे मिलती हैं,
वो यू शर्माने लगते हैं।
अंगुली उठाकर अपनी वो,
दाँतो से चबाने लगते हैं।
ये अनजाने से कुछ रिश्ते,
हमें जान से प्यारे लगते हैं।
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं।
जो बड़े सुहाने लगते हैं।।
:- सनी लाखीवाल
Date 15.12.2014
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