सच्ची मोहब्बत भाग-6

 

सच्ची मोहब्बत भाग-6



सच्ची मोहब्बत भाग-6

शशि को अब कशिश को उस गंदगी के दलदल से बाहर निकालना था जहाँ पर वह बहुत सालों से जकड़ी हुई थी तो वह कशिश से बोलता है कि सुनो जो भी इन 2 दिनों में हमने बात की है। वो मैंने सब अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली है। अब आप मेरे कहे अनुसार नहीं किए तो मैं यह सब आपके भाई और आपके पापा को भेज दूंगा। फिर आप घर में मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे और मरने के अलावा कोई चारा नहीं मिलेगा या फिर पापा आपकी जल्दी से जल्दी ऐसी ही किसी से शादी करवा देंगे। कशिश अब सिर्फ रोये जा रही थी। शशि फिर बोलता है अब आपको कल से ही अपनी जॉब छोड़नी होगी। आप कल से सिर्फ घर पर ही रहोगे। पढ़ोगे- लिखोगे और घर का काम करोगे। सब लड़कों से रिश्ते तोड़ दोगे। अपने मोबाइल से सब लड़कों के नंबर डिलीट कर दोगे और सब लड़को को व्हाट्सएप, फेसबुक से ब्लॉक। कशिश रोते हुए हां किए जा रही थी इस रात शशि और कशिश पूरी रात बातें करते हैं।

***फिर शशि अगली सुबह 10:00 बजे कशिश की बड़ी बहन को कॉल करता है और उससे बात करता है। उसकी बड़ी बहन को शशि के बारे में सब कुछ पता था कि वह उसकी बहन कशिश से प्यार करता है। कशिश ने उसे शुरू से ही सब बता रखा था। उसकी बड़ी बहन शशि को अच्छे तरीके से इसलिए भी जानती थी क्योंकि जब कशिश एक बार शशि के शहर आई थी और उससे मिली थी तो उसके साथ उसके बड़ी बहन भी थी। शशि उसकी बड़ी बहन को शुरू से ही दीदी कहता था तो वह अपनी बातें शुरू करता है कि दीदी कैसे हो? क्या करते हो आजकल? दीदी बोलती है मैं ठीक हूं और आप बताओ? आप तो आजकल दीदी को याद ही नहीं करते? इतने में शशि से कंट्रोल नहीं होता और वह रोने लग जाता है। दीदी पूछती है अरे क्या हुआ? क्यों रो रहा है? मुझे तो बता ? शशि अब कहता है कि दीदी कशिश से मेरी से कई महीनों से सही से बात नहीं हो रही और जब भी बात होती है तो सिर्फ लड़ाई? इतने में दीदी बोलती है हां मुझे भी ऐसा लगता है कि कशिश अब तुम्हारे अलावा किसी और से बात करने लग गई है क्योंकि तुम्हारी आवाज मैं अच्छे से जानती हूँ। चार-पांच महीनों से देखकर रही हूँ। जब भी वह बात करती है तो मुझसे दूर होकर करती है और जब मैं जब भी उसके पास चली जाती हूँ तो वह मोबाइल की आवाज कम कर लेती है जिससे मुझे आवाज सुनाई ना दे। मैंने एक-दो बार आवाज सुनी भी तो मुझे तुम्हारी आवाज नहीं लगी। मैंने उससे पूछा भी कि किससे बात कर रही है तो वह हमेशा तुम्हारा नाम ले लेती कि शशि से बात कर रही हूं। तुमने भी मुझे कुछ नहीं बोला तो फिर मैंने उस पर ज्यादा शक नहीं किया।

शशि इतने में बोल पड़ता है कि दीदी मुझे सब कुछ पता चल गया है कि वह किस से बात करती हो और कितने दिनों से कर रही है। वह दीदी को बताना शुरू करता है कि कशिश उसकी कंपनी में उसके साथ काम कर रही सीमा के फ्रेंड सौरभ से पांच-छ: महीनों बात कर रही है। वह उसके साथ घूमती फिरती रहती है वह उसके साथ ओयो भी गई है।
दीदी इस बात पर विश्वास ही नहीं कर रही थी क्योंकि वह सोचती है कि कशिश किसी लड़के से बात जरूर कर सकती है लेकिन उसके साथ ओयो नहीं जा सकती यानी उसकी बहन गलत हो सकती है पर इतनी भी गलत नहीं हो सकती। फिर शशि रोते हुए कहने लगता है दीदी यह शत प्रतिशत सही है वह सौरभ के साथ ओयो गई है और वहाँ उसके साथ संबंध भी बनाया है अथार्थ उसने सब कुछ कर लिया हैं।

शशि लगातार रोये जा रहा था दीदी को भी यह सुनकर सदमा सा लगा है कि उसकी छोटी बहन यह क्या कर दिया। फिर दीदी बोलती है शशि तुम्हे कोई गलतफहमी हुयी होगी कि उसने सब कुछ कर लिया और यदि वह सबकुछ कर भी लेती तो तुम्हें क्यों बताएगी। शशि बताता है कि उसने कशिश को बहुत प्यार से समझाकर बात की थी और उसे पूरी दुनियादारी का मतलब समझा दिया था कि कई बार हम किसी नए लड़के के चक्कर में आ जाते हैं और अपने प्रेमी को छोड़ देते है और साथ ही कुछ ही दिनों में उस लड़के के साथ संबंध बना लेते हैं। लेकिन आज के इस दौर में सच्चा प्यार बहुत कम लोग करते हैं। कोई लड़का रिलेशन में सिर्फ जिस्म को पाने के लिए आता है और वह जब तक उसके साथ रहता है जब तक कि वह से जिस्म परोसती रहती है। तब उसे समझ में आ गया था कि सौरभ सिर्फ मेरे जिस्म से खेल रहा है और वह रोते हुए मुझे सच बता देती है हालांकि कशिश ने मुझे शुरुआत में आधा ही सच बताया था कि वह सौरभ के साथ कार में घूमी है और उनके बीच रोमांस के अलावा कुछ नहीं हुआ। लेकिन मैंने जब उसकी फ्रेंड सीमा को कॉल किया तो सब कुछ सामने आ गया कि वह अपनी जॉब से कई बार छुट्टी करके सौरभ साथ बाहर पार्क, चिड़ियाघर व बहुत जगह घूमी और ओयो भी गई है। सीमा ने यह भी बताया कि उसने सौरभ के साथ ओयो में बिना प्रोटेक्शन से संबंध बनाया था तो उसे गर्भवती होने के डर से गोली लेनी पड़ी जिस कारण उसे अनियमित पीरियड प्रॉब्लम भी शुरू हो गई थी।
दीदी को यह सब सुनकर शोक लगा और अब उसे पूरी बात समझ में आ गई थी कि 2 महीनों से कशिश की जो तबीयत खराब चल रही थी वह किस वजह से थी यानी दो महीने में कशिश को पाँच बार पीरियड आ चुके थे। कशिश को अच्छे डॉक्टर की दवाई चल रही है थी। अब दीदी के दिमाग में केवल ये घूमने जा रहा था कि उसकी छोटी बहन ने यह क्या कर गयी उसने घर और खुद की इज्जत के बारे में एक बार भी नही सोचा और इतनी जल्दी किसी लड़के पर भरोसा कर ली और सब कुछ कर बैठी।
शशि बोलता है कि मैंने अब उसे समझा दिया है और उसने वादा भी किया है कि वह बिल्कुल बदल जाएगी और अपना जॉब छोड़कर और सब लड़कों से रिश्ते तोड़ कर सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देगी और मुझे कुछ बनकर दिखाएगी।
दीदी अब आपको कशिश पर पूरी नजर रखनी है कि वह क्या करती है? कितना पढ़ती है? कितना फोन चलाती है? किस से बात करती है? और कहां जाती है?

दीदी को रोते हुए शशि की पूरी हालत समझ में आ गयी थी कि वह इस धोखे की वजह से बुरी तरीके से टूट चुका है क्योंकि दीदी को पता था कि उनके रिलेशन को 7 साल हो गए है और शशि उसकी बहन से ही शादी करना चाहता है। जब कशिश के बारे में यह सब पता चला होगा तो टूटना तो वाजिब है ही। दीदी सोचती है कि मैं काश कशिश पर पहले से ही नजर रख पाती तो यह सब कुछ गलत होने से बच जाता।
दीदी शशि को समझाते हुए कहती है कि अब मैं कशिश पर पूरी नजर रखूंगी और उसे कुछ भी गलत नही करने दूंगी लेकिन शशि प्लीज तुम अपना ख्याल रखना क्योंकि तुम अपने परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो। तुम्हारे कंधों पर ही पूरा परिवार टिका है यदि तुम्हें कुछ हो जाता है यानी तुम कुछ कर लेते हो तो पूरा परिवार तहस-नहस हो जाएगा।
शशि कहता है कि दीदी मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा। हां मैं धोखे से टूट चुका हूँ और 3 दिन से अपने कमरे से बाहर भी नहीं निकल पा रहा हूँ , ना ही कुछ खा रहा हूं और ना नींद आती है और यह कहते हुये फिर रोने लग जाता है।
दीदी कहती है कि शशि खुद को संभालो और परिवार को भी। अब मैं कशिश पर पूरी नजर रखूंगी कि वह क्या करती है? कहां जाती है? किस से बात करती है? कितना पढ़ती है?
शशि बोलता है कि दीदी तुम्हें मेरी कसम है यह बात आप किसी से नहीं बोलोगे यहां तक की कशिश को भी कुछ नहीं बोलोगे बस उस पर नजर रखना कि अब वह है उस दलदल में ना जा सके। शशि की दीदी से अब बात समाप्त हो जाती और वह फोन काट देता है।

दोपहर का 1:00 बज रहा था। कशिश उस रात में ना सोने की वजह से अब दिन में सो रही थी। वह आज अपने जॉब पर भी नहीं गई है, अब कशिश उठती है और शशि को कॉल करती है और अब उनके बीच बातें शुरू हो जाती है। वह शशि के हाल-चाल पुछती है। शशि उसके हाल-चाल पुछता है। फिर कशिश कहती है कि आपके कहे अनुसार मैंने आज से अपनी जॉब छोड़ दी है और आज मैं घर पर ही हूं,

शशि बताता है कि उसने सुबह 10:00 बजे दीदी से बात की है और उसने दीदी को सब कुछ सच बता दिया है जो आपके और सौरभ के बीच में हुआ है। अब कशिश जोर-जोर से रोने लग जाती है और कहती है शशि मैं अब घर पर किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रही। अब सिर्फ मैं मरना चाहती हूँ। कशिश बहुत डिप्रेशन में जा चुकी थी क्योंकि वह सोच रही थी कि अब दीदी घर पर सबको बता देगी। फिर वह अपने घर वालों के सामने कैसे जाएगी और उनसे नजरें कैसे मिलाएगी। कशिश रोते हुए बोलती है कि शशि आपने दीदी को बता कर बहुत गलत किया। दीदी अब सब घर वालों को बता देगी तो शशि कहता है कि मैने दीदी को उसने कसम दे दी है वह किसी को कुछ नहीं बताएगी। कशिश फिर बोलती है जब मैंने वादा कर लिया था कि मैं बदल जाऊंगी फिर भी आपने दीदी को क्यों बताया। मैं मानती हूं कि अब दीदी घर किसी को कुछ नहीं बताएगी लेकिन दीदी को खुद को तो पता है की उसकी बहन ने क्या काम किया है तो मैं अब उनके सामने क्या मुंह लेकर जाऊंगी। कैसे उनसे नजर मिलाऊंगी और वह फूट-फूट कर रोने लग जाती हैं। कशिश ने आज पहली बार दुखी होकर अपनी अंगुली काटी है खून बह रहा हैं और बस वह यह सोच रही है कि अब मैं मुझे नहीं जीना मैं मर जाऊंगी।

अब शशि को यह चिंता होना शुरू हो जाती है कि कहीं कशिश अब कुछ करना ना ले तो शशि उसे बोलता है कि तुम्हें दीदी कुछ भी नहीं बोलेगी मैने दीदी को कसम दे दी है। शशि आज खुद दर्द के गहरे सागर में डूब कर कशिश को उस दलदल से बाहर निकालना चाहता है। शशि इस धौखे के दर्द को दिल में लिये कशिश से वादा करता है कि वह अब उसके साथ में है यदि वह बिल्कुल पूरी तरीके से बदल जाये तो। शशि बोलता है कि आपके इस धोखे और झूठ की वजह से मैं इतना टूट चुका हूं तो सोचो यदि आप मर जाओगे तो मेरा क्या होगा ? कशिश यह सब सुनने के बाद थोड़ा ठीक महसूस करती है की इतना सब कुछ होने के बाद भी शशि उसके साथ है। कशिश रोते हुए कहती है शशि मैंने कभी आपको समझा ही नहीं की आप मुझसे इतना प्यार करते हो मेरे इतना सब कुछ कर देने के बाद, इतनी झूठ बोल देने के बाद भी मेरे साथ खड़े हो और मेरे बारे में इतना सोचते हो। मेरे बारे में सोच कर तुम्हें घिन्न नहीं आती फिर रोते हुए कहती है कि इस दुनिया में आपके अलावा दूसरा कोई शशि नहीं हो सकता की जो अपने प्यार की हर गलती माफ कर दे। अब उनकी बातें समाप्त हो जाती है और कशिश आज खाना खाकर शशि के बारे में सोच कर 2 घंटे की पढ़ाई करती है
किसी तलवार के वार को,
सहने से भी खतरनाक होता है,
किसी सच के वार को सहन कर पाना।

दूसरी ओर शशि 3 दिन से खाना नहीं खा रहा था और ना ही सो रहा था तो उसकी मां और बहने बिल्कुल परेशान हो चुकी थी। सुबह शाम 5-5 रोटी खाने वाला शशि जब कुछ नहीं खाता है तो रोज की 10 रोटी ठंडी होने लगी। कुछ रोटी गाय को दे देते और बाकी को खानी ही पड़ती क्योंकि परिवार की स्थिति खराब थी तो वह है इतनी रोटियां फेक नहीं सकते थे। मां और बहने शशि से पूछती रहती तुम्हें क्या हुआ है जो एक कमरे में बंद रहता हो और खाना भी नहीं खाता है। तब शशि आंखों में आंसू छुपा कर हँस देता। मां और बहन उसके दशा देखकर उदास रहती और दिन में कई बार रोती।

आज तीसरी रात थी कशिश फिर कॉल करती है.....

शेष कहानी कल अगले भाग में

-सनी लाखीवाल
06/01/2022

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