सच्ची मोहब्बत भाग-4

 

सच्ची मोहब्बत भाग-4

                   सच्ची मोहब्बत भाग-4

अब शशि पूरा टूट चुका था लेकिन उसे हमेशा सच पसंद था और वह हमेशा सच के साथ खड़ा रहता था। वह पहले भी कशिश से कहता था कि कोई गलती करके भी वह उसे सब सच बता देगी तो वह उसे खुशी-खुशी माफ कर अपना लेगा। आज कशिश ने सब सच बता दिया था। इसलिये शशि यह गहरा दर्द दिल में लेकर भी कशिश को अपनाने की सोच रहा था क्योंकि उसे पता था कि कशिश को अपनी गलती का पछतावा है और वह बहुत दुखी भी है।
धौखे और सच से टूटा हुआ शशि जिसे अब ढंग से सांसे भी नही आ रही थी कशिश से कहता है कि मुझे पता है आपको अपनी गलती का पछतावा और अफसोस है। आज आपने मुझे सब कुछ बता कर मेरे दिल में खुद के प्यार को खत्म होने से थोड़ा बचा लिया। मैं आज भी आपसे प्यार करता हूं शादी करना चाहता हूं।

*** लेकिन कशिश अब भी आप खुद को नहीं बदल पाए तो एक बात याद रखना मैंने ये सब कॉल रिकॉर्ड कर ली है। मैं यह सब आपके पापा और भाई को भेज दूंगा और सब कुछ बता दूंगा। तब आपकी जॉब छूटेगी और पढ़ाई-लिखाई बाहर जाना सब बंद हो जायेगा।

अब कशिश रोते हुए बोलती है शशि प्लीज मुझे माफ कर दो। यह सब किसी को मत बताना, नहीं तो मैं मर जाऊंगी। मैं वादा करती हूं कि मैं पूरी तरह बदल जाऊंगी। मुझे आज पूरी दुनियादारी, आजकल के लड़के और प्यार का पूरा मतलब समझ में आ गया। मैं पक्का वादा करती हूं पूरी तरह बदलकर दिखाउंगी। शशि आप की कसम मैंने आज आपको सब सच-सच बता दिया क्योंकि आज आपने मेरी आंखें खोल दी। मुझे पता चला मैं किस दलदल में फंसने जा रही थी।यदि आज आप मुझसे बातकर इस मतलबी दुनिया से परिचय नही करवाते तो कुछ दिनो बाद मेरी जिन्दगी बर्बाद हो जाती। मैं अपना और परिवार का मान-सम्मान, इज्जत सब खो देती और यदि आज मैं आपको पूरा सच नहीं बताती तो आपको भी सदा के लिए खो देती।
शशि को यह पता था कि दुनिया में दूसरा शशि हो नही सकता जो किसी लड़की के साथ 7 साल रहकर अर्थात इतने करीब जाकर भी उससे संबंध ना बनाएं। सौरभ (नया प्रेमी) कशिश के साथ रोमांस करके उसे बिना कुछ किये तो नही छोड़ सकता। अब यह सवाल उसके जहन में घुमे जा रहा था। लेकिन फिर भी दिल पत्थर रखकर यह मान लेता है कि सच में हो सकता है उनके बीच रोमांस के अलावा कुछ भी ना हुआ हो।

शशि को बात करते हुये रात्री 8:00 से रात का 1:00 बज चूका था। आज बात करते हुये 30 मिनट की जगह 5 घण्टे हो गये। शशि से धोखा सहन नहीं हो रहा था और साथ ही कटे हुये हाथ और उंगलियां से खून बह रहा था। दीवार में मारने से फटे हुए सिर से भी लहू रुकने का नाम नहीं ले रहा थे। इस कारण शशि का पूरा चहरा और कपड़े खून से लथपथ थे। उसे सिर्फ धोखा याद आ रहा था इतने में वह देखता है कि कशिश कॉल काट कर सो चुकी हैं।

एक तो दिल की बीमारी,
ऊपर से इश्क और कर बैठा।
साला बेमौत मर बैठा।।

शशि को उसके कॉल कटने का बहुत दुख हुआ। वह उसे वापस कॉल करने लग गया। उसने कई बार कॉल किया पर कशिश ने नही उठाया क्योकि शायद वह सो चुकी थी। शशि को जख्मो से बहुत तेज दर्द हो रहा था और वह सोच रहा था कि कशिश आज दुख की एक रात उसके साथ नहीं गुजार पाई तो पूरी जिंदगी कैसे गुजार पायेगी।

शशि को दिल की बीमारी तो थी ही और कशिश का यह धोखा उसे और भी बढ़ा रहा था। शशि के बार-बार सोचने के कारण अब उसे दिल में असहनीय दर्द होने लग गया था। और यह वही रात थी जब लहूलुहान शशि हाथ,मुँह व सिर धोकर कपड़े बदलकर मां के पास गया था। तब उसे हॉस्पिटल के लिये गाड़ी में रवाना किया गया था।

शशि हॉस्पिटल में कब का पहुंच चुका था। डॉक्टरों ने उसके कई टेस्ट करके कुछ इंजेक्शन लगा दिये थे। दिल का दर्द थोड़ा कम हो गया था। लेकिन शशि अब भी सिर्फ कशिश के बारे में सोच रहा था और रोये जा रहा था। डॉक्टर और माँ को लग रहा था कि शशि दिल में दर्द की वजह से रो रहा है। लेकिन उनको क्या पता कि...
शारीरिक दर्द से भी बहुत बड़ा होता है मानसिक दर्द,
और गजब यह है कि इसकी कोई दवा भी नहीं होती।

अब डॉक्टर बोल चुके थे कि यदि अब इसे दोबारा ऐसी तकलीफ होती है तो शहर के किसी बड़े हॉस्पिटल में दिखाना पड़ेगा। बड़े हॉस्पिटल का बड़ा बिल ऊपर से घर में खाने के लाले उसकी मां और शशि बस यही सोच रहे थे।

किसी गरीब के घर कोई वबा हो,
इससे अच्छा है उससे जिंदगी खफा हो।

सुबह के 5:00 बज चुके थे अब शशि को थोड़ा आराम होने से घर ले आए थे। अब शशि पहले से ठीक था पर दिल में थोड़ा थोड़ा दर्द तो था। सुबह 5:30 बजे कशिश जग चुकी थी और शशि के व्हाट्सएप पर sms किए जा रही थी। यह शशि को तब पता चला जब उसने अपना इंटरनेट चालू किया। कशिश अब भी ऑनलाइन थी और sms कर रही थी। बोल रही थी शशि आई एम सॉरी, रात को कब नींद आ गई पता ही नहीं चला। शशि प्लीज मुझे माफ कर दो। अब आपकी तबीयत कैसी है। शशि क्या बोलता बस रोये जा रहा था। थोड़ी देर बात हुई और फिर सूर्य उदय हो गया। यहां शशि ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था और उधर कशिश नहा-धोकर अपने जॉब पर जा चुकी थी।

किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता है साहब,
भले तुम अपनी आंख से लहू बहा लो।

अब शशि को कशिश से ज्यादा उसकी फ्रेंड सीमा पर गुस्सा आ रहा था और वह उसे सुबह से फोन किए जा रहा था। शाम को सीमा ने फोन उठाया और बोला कुछ मिनट बाद बात करती हूं। अभी मैं कम्पनी में हूँ और किसी काम में व्यस्त हूँ।
शाम के 7 बज चुके थे कशिश जॉब से घर आ चुकी थी उसने शशि को फोन किया। दोनों में बात होने लगी कशिश, शशि के हाल-चाल पूछ रही थी। तभी शशि के पास सीमा का कॉल आता है। कशिश कॉल पर पहले से थी तो उसे होल्ड पर रख कर सीमा को भी कांफ्रेंस (कॉल) पर लेता है। अब शशि, कशिश के सामने सीमा से बड़े प्यार से पूछता है कि कैसे हो, क्या हाल है, कशिश अब किससे बात करती है। मतलब कशिश का बॉयफ्रेंड कौन है तो सीमा बोलती है तुम ही तो हो। वह सिर्फ तुमसे प्यार करती है और तुमसे ही बात करती है। शशि को गुस्सा आ जाता है और वह सीमा को सुनाने लग जाता है कि पता तो मुझे सब है, की कशिश किससे बात करती है और क्यू करती हैं।

तुमने तो कभी किसी एक से प्यार किया नहीं और सब लड़कों से मजे लेती रही, तो तुम क्या जानो प्यार का क्या मतलब होता है। तुमने खुद के साथ कशिश को रखकर खुद के जैसा ही बना दिया।
इतने में कॉल पर किसी लड़के की आवाज आती है। जो शायद सीमा के कॉन्फ्रेंस (कॉल) पर था। भाई आप किस आधार पर सीमा को यह सब कहे जा रहे हैं कि वह चरित्रहीन है और उसे प्यार का कोई मतलब नही पता। शशि के पूछने पर पता चला कि वह लड़का सीमा का प्रेमी था जो कि 11 साल से उसके साथ था। वह लड़का बोलता है भाई जब खुद का सिक्का ही खोटा हो तो दूसरों को दोष क्या देना। इतने में कशिश बोल पड़ती है जो पहले से ही कॉन्फ्रेंस(कॉल) पर थी कि शशि तुम्हें मेरी कसम है अभी की अभी कॉल काट दो। शायद कुछ ना कुछ गड़बड़ थी। कशिश कुछ ना कुछ अभी भी छुपा रही थी जिसके सामने आने से कशिश को डर लग रहा था। कशिश फिर बोलती है कि शशि यदि आपने अभी की अभी कॉल नहीं काटा तो अब आप उसका मरा हुआ मुंह देखोगे और वह कॉल काट देती है
लेकिन शशि अब भी सीमा और उसके बॉयफ्रेंड के साथ कॉल बात कर रहा था। तभी सीमा का बॉयफ्रेंड बताता है कि......

शेष कहानी कल अगले भाग में
-सनी लाखीवाल
04/01/2022

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